🔱 Rudraksha Rules – रुद्राक्ष पहनने के असली नियम और किसके लिए कौन-सा रुद्राक्ष शुभ?

By JayGuruDev

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Rudraksha Rules with different Mukhi Rudraksha beads.

रुद्राक्ष सिर्फ एक मोती नहीं — यह स्वयं महादेव की ऊर्जा का बीज माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव के आँसुओं से ही रुद्राक्ष का जन्म हुआ। इसलिए इसे धारण करना अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली माना गया है।

लेकिन कई लोग रुद्राक्ष पहनते समय कुछ ऐसी गलतियाँ कर देते हैं जिनसे लाभ नहीं मिलता, बल्कि जीवन में बाधा भी आ सकती है।
इस पोस्ट में आप जानेंगे:

✔ रुद्राक्ष पहनने के असली नियम
✔ कौन-सा रुद्राक्ष किसके लिए शुभ है
✔ कौन-सी गलतियाँ बिल्कुल नहीं करनी चाहिए
✔ रुद्राक्ष के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक लाभ

पूरा लेख बेहद आसान और वास्तविक उदाहरणों के साथ है, ताकि आप समझ सकें कि आपके लिए सही रुद्राक्ष कौन-सा है।

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🌿 रुद्राक्ष पहनने के मूल नियम (Rudraksha Rules)

🔸 1) रुद्राक्ष हमेशा सोमवार या शुभ मुहूर्त में पहनें

सोमवार शिव का दिन है; इस दिन ऊर्जा सबसे पवित्र रहती है।
शुभ संकल्प लेकर पहनने से उसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।


🔸 2) पहनने से पहले इसे गंगाजल से शुद्ध करें

  • रुद्राक्ष को गंगाजल / कच्चे दूध / साफ पानी से धोएँ।
  • “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ रुद्राय नमः” मंत्र बोलें।

इससे बीज की ऊर्जा सक्रिय होती है।


🔸 3) रुद्राक्ष को हमेशा लाल धागे या चांदी में धारण करें

काला धागा या धातु रुद्राक्ष की ऊर्जा को रोकते हैं।
लाल धागा जीवनशक्ति का प्रतीक है।


🔸 4) रुद्राक्ष पहनकर नशा, मांसाहार, असत्य भाषण से बचें

रुद्राक्ष पहनने पर यह नियम शरीर को शुद्ध रखने के लिए है।
नियम टूटने पर रुद्राक्ष प्रभावहीन हो जाता है।


🔸 5) रुद्राक्ष पहनते समय इसे दूसरों को न छूने दें

ऊर्जा जल्दी absorb होती है।
किसी और की स्पर्श ऊर्जा मिश्रित कर सकती है।


🔸 6) नहाते समय रुद्राक्ष उतारें नहीं

रुद्राक्ष पानी से खराब नहीं होता।
लेकिन साबुन या रसायन न लगने दें।


🔸 7) सोते समय रुद्राक्ष पहनने में कोई रोक नहीं

भगवान शिव स्वयं आभूषणों सहित सुषुप्त रहते हैं।
रुद्राक्ष रात में मन शांत करता है।


🔸 8) टूटा हुआ रुद्राक्ष पहनना वर्जित

यह ऊर्जा टूटने का संकेत है।
ऐसे रुद्राक्ष को बहते जल में विसर्जित कर दें।


🌟 कौन-सा रुद्राक्ष किसके लिए शुभ है? (Mukhi-wise Benefits)

यह सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है — क्योंकि हर मुखी रुद्राक्ष की ऊर्जा अलग होती है।


1 मुखी रुद्राक्ष – सर्वोच्च आध्यात्मिक शक्ति

  • आशीर्वाद: मोक्ष, एकाग्रता, जीवन में clarity
  • किसके लिए शुभ:
    ✔ ध्यान करने वाले
    ✔ आध्यात्मिक साधक
    ✔ बड़े निर्णय लेने वाले

यह शिव के निराकार रूप का प्रतीक है।
इसे धारण करने से जीवन में दिशा स्पष्ट होती है।


2 मुखी – दांपत्य और रिश्तों में प्रेम

  • आशीर्वाद: संबंधों में सामंजस्य
  • किसके लिए शुभ:
    ✔ पति-पत्नी
    ✔ प्रेम संबंध
    ✔ परिवारिक कलह झेल रहे लोग

यह शिव-पार्वती एकत्व का प्रतीक है।


3 मुखी – पुरानी समस्याओं से मुक्ति

  • आशीर्वाद: मानसिक बोझ हटाना, past healing
  • किसके लिए शुभ:
    ✔ guilt महसूस करने वाले
    ✔ anxiety या depression वाले

यह अग्नि देव का प्रतीक है।


4 मुखी – पढ़ाई, बुद्धि और communication

  • किसके लिए शुभ:
    ✔ छात्र
    ✔ वक्ता
    ✔ creative लोग

यह ब्रह्मा ऊर्जा को सक्रिय करता है।


5 मुखी – सबसे सामान्य और सभी के लिए शुभ

  • बेहतरीन health rudraksha
  • BP, stress, heart energy को संतुलित करता है

दुनिया में सबसे ज्यादा पहना जाने वाला रुद्राक्ष।


6 मुखी – courage & career growth

कुमारा कार्तिकेय का प्रतीक।

  • किसके लिए शुभ:
    ✔ Competitions
    ✔ नौकरी–करियर growth
    ✔ personality विकास

7 मुखी – धन, स्थिरता और कारोबार में उन्नति

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  • किसके लिए शुभ:
    ✔ बिजनेस
    ✔ धन लाभ
    ✔ जीवन स्थिरता

लक्ष्मी स्वरूप माना जाता है।


8 मुखी – बाधा हटाने वाला रुद्राक्ष

  • गणेश जी का प्रतीक
  • नौकरी–करियर–exams की रुकावटें हटाता है

9 मुखी – शक्ति, साहस और protection

  • दुर्गा माता का आशीर्वाद
  • नकारात्मक शक्तियों से रक्षा

10 मुखी – नज़र दोष, डर और अदृश्य बाधाएँ

  • किसके लिए शुभ:
    ✔ बच्चों पर नज़र
    ✔ डरावने सपने
    ✔ अनदेखी बाधाएँ

11 मुखी – extreme protection + spiritual power

  • हनुमान जी का आशीर्वाद
  • वीरता, साहस, आत्मविश्वास

12 मुखी – सूर्य ऊर्जा का रुद्राक्ष

  • leadership
  • authority
  • आत्मविश्वास
  • सफलता

13 मुखी – आकर्षण और वशीकरण जैसे प्रभाव

यह रुद्राक्ष सिर्फ अनुभवी साधकों के लिए है।


14 मुखी – तीसरे नेत्र की ऊर्जा सक्रिय

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  • intuition
  • निर्णय क्षमता
  • future sensing power

इसका प्रभाव बहुत तीव्र होता है।


गौरी शंकर रुद्राक्ष – वैवाहिक सुख और मनोकामना पूर्णता

  • शिव-पार्वती का संयुक्त बीज
  • सम्पन्नता, प्रेम और harmony

🧘 रुद्राक्ष पहनने का वैज्ञानिक लाभ

आधुनिक शोध बताते हैं कि रुद्राक्ष में:

  • natural electromagnetic waves
  • stabilizing frequency
  • heart-rate balancing ability
  • stress reduction properties

यही कारण है कि रुद्राक्ष पहनते ही मन शांत होता है।


🙏 रुद्राक्ष कौन नहीं पहन सकता?

  • रक्त विकार की कुछ अवस्थाओं में सावधानी
  • लगातार मांसाहार व शराब सेवन करने वाले
  • जो व्यक्तिगत नियम पालन नहीं कर सकते

🌺 रुद्राक्ष कैसे चुनें?

  • Nepal Rudraksha highest quality
  • बीज पर चीर या क्रैक नहीं होना चाहिए
  • पानी में डालने पर डूबे
  • मंत्र अभिमंत्रित हो

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🕉️ FAQs

Q1: क्या रुद्राक्ष हमेशा धारण किया जा सकता है?

हाँ, लेकिन सोप या केमिकल से बचाएँ।

Q2: क्या महिलाएँ रुद्राक्ष पहन सकती हैं?

हाँ, सभी पहन सकते हैं। यह एक मिथक है कि महिलाएँ नहीं पहन सकतीं।

Q3: क्या रुद्राक्ष माला टूट जाए तो क्या करें?

इसे बहते जल में प्रवाहित करके नया रुद्राक्ष लें।

Q4: सबसे सुरक्षित और सार्वभौमिक रुद्राक्ष कौन सा है?

5 मुखी सभी के लिए सबसे सुरक्षित है।

Q5: क्या कई रुद्राक्ष एक साथ पहने जा सकते हैं?

हाँ, यदि उनके प्रभाव विरोधाभासी न हों।

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