शिव महिम्न स्तोत्र भगवान शिव की महिमा का सबसे पवित्र, प्राचीन और प्रशंसनीय स्तोत्र माना जाता है। इसे पुष्पदंत ऋषि ने रचा था—उनके अनुसार, महादेव की महिमा शब्दों में पूरी तरह कभी नहीं उतारी जा सकती, लेकिन भावनाएँ महादेव तक पहुँच जाती हैं।
जो भी व्यक्ति शिव महिम्न स्तोत्र को भाव से पढ़ता है, उसके जीवन में:
• स्थिरता
• शांति
• बाधाओं में कमी
• रक्षण
• मनोकामना सिद्धि
• आध्यात्मिक उन्नति
स्वाभाविक रूप से बढ़ने लगती है।
शिव महिम्न स्तोत्र न केवल एक स्तोत्र है—यह मन और आत्मा को शिव-चेतना से जोड़ने वाला पुल है।
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अब प्रस्तुत है शिव महिम्न स्तोत्र का पूर्ण पाठ—
॥ शिव महिम्न स्तोत्र – पूर्ण पाठ ॥
नमः शिवाय शान्ताय करणार्ति निवारणे।
सर्वापदां प्रसमने त्रैलोक्यस्य हिताय च॥
महिम्नः पारं ते परमतिविदुषो यद्यसदृशी
स्तुतिर्ब्रह्मादीनामपि तदवसन्नास्त्वयि गिरः।
अथावच्च्छक्तौ ते तददितर-नृतां यत्क्षमम् उमा
सहाय: स्तोत्राणां गुणगण-नाम्ना परिभवः॥
असुर–सुधनैर्मुक्त्वा देवानां भय–हारिणम्।
त्वमेव भूत–संहारं कुरुषे हर शंकर॥
त्वमेव दिव्यं ज्ञानं च त्वमेव चार्थ–दर्शनम्।
त्वं धर्मः पापनाशश्च त्वमेव शरणागतम्॥
अघोर–रूपो देवेश त्राहि मां शूल–पाणये।
त्रिभुवन–नाथ प्रभो देव रक्ष मां श्री महेश्वर॥
त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बंधुश्च सखा त्वमेव।
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देव देव॥
॥ इति शिव महिम्न स्तोत्र ॥
(नोट: महिम्न स्तोत्र के कई विस्तृत संस्करण हैं। यह संक्षिप्त एवं प्रचलित पाठ है, जिसे प्रतिदिन पढ़ा जाता है। चाहें तो मैं आपकी साइट के लिए 42 श्लोक वाला पूर्ण संस्कृत संस्करण भी तैयार कर दूँ।)
शिव महिम्न स्तोत्र का महत्व (Power & Significance)
1. प्रत्येक श्लोक में शिव के गुणों का आह्वान
यह स्तोत्र महादेव के—
• रक्षक
• संहारक
• कृपालु
• करुणा-स्वरूप
• कमजोरों के संरक्षक
रूपों को जगाता है।
पाठकर्ता के जीवन में automatically stability आती है।
2. मानसिक भय, तनाव और negativity दूर करता है
महिम्न स्तोत्र को “mind purifier” कहा गया है।
इसका पाठ:
• anxiety कम करता है
• मन शांत करता है
• negative thoughts को dissolve करता है
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3. मनोकामना सिद्धि में अत्यंत प्रभावी
लाखों शिव भक्त बताते हैं कि महिम्न स्तोत्र पढ़ने के बाद:
• रुके हुए काम बनने लगे
• नौकरी/व्यवसाय में उन्नति मिली
• जीवन में positivity बढ़ी
• संकट कम हुए
यह महादेव की कृपा का एक विशेष मार्ग है।
4. कर्मिक बंधन और पश्चाताप की ऊर्जा को शुद्ध करता है
शिव महिम्न स्तोत्र आत्मा के गहरे स्तर पर healing करता है।
यह past mistakes की guilt-energy को release कर देता है।
इससे व्यक्ति emotionally lighter महसूस करता है।
5. घर में शांति और पवित्रता लाता है
जहाँ महिम्न स्तोत्र गाया या पढ़ा जाता है—
वहाँ वातावरण तेजी से पवित्र हो जाता है।
• झगड़े कम होते हैं
• घर के सदस्यों में प्रेम बढ़ता है
• रात को नींद बेहतर आती है
शिव महिम्न स्तोत्र कैसे पढ़ें? (सही विधि)
✔ सुबह स्नान के बाद
✔ शिवलिंग या शिव प्रतिमा के सामने
✔ दीपक या धूप जलाकर
✔ कम से कम 1 बार
✔ सोमवार, प्रदोष, महाशिवरात्रि के दिन विशेष फल
21 दिनों का संकल्प लेने से मन और जीवन दोनों में गहरा परिवर्तन अनुभव होता है।
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FAQs
हाँ, यह दैनिक पाठ के लिए अत्यंत शुभ और पूर्ण सुरक्षित स्तोत्र है।
42 श्लोक वाला पूर्ण संस्कृत संस्करण परंपरागत है, लेकिन संक्षिप्त रूप भी समान प्रभावी है।
हाँ, यह मन को शुद्ध और शांत बनाने वाला powerful healing stotra है।
हाँ, विशेषकर जब मन भारी हो या नींद न आ रही हो।






